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समय पर ट्रीट न किया जाए तो पीसीओएस से कैंसर भी हो सकता है।

समय पर ट्रीट न किया जाए तो पीसीओएस से कैंसर भी हो सकता है।

महिलाएं आज सबसे बड़ी समस्या से गुजर रही हैं वो है पीसीओएस। यह एक गंभीर समस्या बनकर खड़ी हुई है। यह एक बीमारी नहीं बल्कि कई लक्षणों का समूह है। जिसमें कॉस्मेटिक, एंडोक्राइनोलॉजिकल, मेटाबोलिक और गायनिक सिम्पटम्स साथ मिलते हैं। प्रजनन उम्र की महिलाओं में 12 से 18% तक पीसीओएस पाया जाता है। पर यदि [...]
सर्वाइकल कैंसर से बचें

सर्वाइकल कैंसर से बचें

52 वर्षीय पुष्पा 5 बच्चों की माँ है। 18 वर्ष में ही उसका विवाह हो गया था। गरीबी के चलते जैसे - तैसे परिवार का गुजारा किया। कुछ दिनों में उसको असामान्य रक्तस्त्राव, वाइट डिस्चार्ज, पेडू में दर्द, पीरियड्स के बीच में स्पॉटिंग और सम्बन्ध बनाने के बाद ब्लीडिंग हो रही थी। डॉक्टरी जांच और [...]
बिना डॉक्टरी सलाह के दवाइयां न लें

बिना डॉक्टरी सलाह के दवाइयां न लें

WHO के अध्ययन के अनुसार 53 भारतीय बिना डॉक्टरी सलाह के दवाइयां लेते हैं। बैक्टीरिया से होने वाली तमाम बीमारियों के उपचार में एंटीबायोटिक्स का प्रयोग किया जाता है। लेकिन डॉक्टर की फीस बचाने के चक्कर में मरीज मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीद कर खा लेते हैं। अक्सर ये दवाएं या तो ओवर डोज़ या [...]
ग्रैंड मल्टीपेरेस लेडीज में डिलीवरी के दौरान डेथ के चान्सेस ज्यादा

ग्रैंड मल्टीपेरेस लेडीज में डिलीवरी के दौरान डेथ के चान्सेस ज्यादा

एक रविवार को शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के लिए ताजमहल बनवाया था। इस मकबरे को देखने देश दुनिया से हजारों लाखों लोग आगरा जाते हैं। हालांकि बहुत कम लोगों को यह पता है की मुमताज की मृत्यु कैसे हुई थी। महज 37 वर्ष की उम्र में मुमताज की मृत्यु हो गयी थी। 14 वें [...]
गर्भावस्था में कैसा हो आहार

गर्भावस्था में कैसा हो आहार

हर माँ की कल्पना होती है कि वह ऐसे बच्चे को जन्म दे जो सबसे सुन्दर, स्वस्थ और बुद्धिमान हो। ये सब संभव है यदि गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार पर्याप्त मात्रा में लिया जाए। गर्भस्थ शिशु का विकास माता के आहार पर निर्भर होता है। अतः ऐसा आहार लें जो गर्भस्थ शिशु के पोषण [...]
हर दवा केवल फायदा नहीं करती

हर दवा केवल फायदा नहीं करती

आजकल वर्किंग वुमन, न्यू क्लियर फैमिली और परिवार नियोजन की जागरूकता के चलते राष्ट्री य परिवार नियोजन सर्वे (NFHS-1-1992-93) के डाटा अनुसार गर्भ निरोधक संसाधनों का उपयोग 40 प्रतिशत से बढ़कर NFHS-3 (2014) में 59 प्रतिशत हो गया है। डाटा में यह पाया गया कि गर्भ निरोधक गोलियों का प्रयोग 18 वर्ष कि आयु से [...]
ये हैं बच्चों की ग्रोथ के माईलस्टोन्स

ये हैं बच्चों की ग्रोथ के माईलस्टोन्स

जन्म के पूर्व व जन्म के बाद माँ की चिंताएं बच्चे के विकास के प्रति कम नहीं होती पर क्या हर माँ को जन्म के उपरान्त बच्चे का विकास सही प्रकार से हो रहा है अथवा नहीं, इसकी जांच कराने के लिए डॉक्टर के पास जाना अनिवार्य है? शायद नहीं? क्योंकि WHO चाइल्ड ग्रोथ स्टैण्डर्ड [...]
हंसी, एंडॉरफिन और खुशी

हंसी, एंडॉरफिन और खुशी

‘ए डे विदाउट लाफ्टर इज ए डे वेस्टेड’, संसार के महान कॉमेडियन चार्ली चैपलिन की कही ये पंक्तियों का सन्दर्भ देते हुए डॉ रचना दुबे ने कहा कि हंसी लाख बीमारियों की दवा है। हंसने से हमारी सेहत तो सुधरती ही है, सूरत भी जैसे निखर सी जाती है। जिंदगी की उधेड़बुन और व्यस्तता में […]

किशोरावस्था है जीवन का नाजुक मोड़

किशोरावस्था है जीवन का नाजुक मोड़

रवि आज्ञाकारी, पढ़ाई में रुचि लेने वाला, माँ का आदर्श 15 वर्षीय बेटा, 10वी का छात्र है। आज बात-बात पर गुस्सा करता है। कहता है कि मुँह पर मुहांसे से चेहरा ख़राब हो गया है, स्कूल नहीं जाऊंगा। किशोरावस्था एक ऐसी संवेदनशील अवस्था है, जिसमें हार्मोनल चेंजेस के कारण शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और व्यव्हार सम्बन्धी […]

हमारे शरीर में है फ्रेंडली बैक्टीरिया

हमारे शरीर में है फ्रेंडली बैक्टीरिया

डॉ रचना दुबे ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य के लिए बैक्टीरिया अच्छे होते हैं। ये सुनकर आश्चर्य जरूर होगा पर यह सच है। हम को नष्ट करने के लिए एंटीबॉयोटिक का प्रयोग करते हैं, क्योँकि आमतौर पर यह धारणा है कि बैक्टीरिया स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। हमारा शरीर विशेषकर आंतें बैक्टीरिया से भरी होती […]