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देश में हर साल डेढ़ लाख स्त्रियों को ब्रेस्ट कैंसर होता है

देश में हर साल डेढ़ लाख स्त्रियों को ब्रेस्ट कैंसर होता है

डॉ रचना दुबे ने बताया कि 32 वर्षीय प्रियंका सॉफ्टवेअर इंजीनियर है। पिछले साल से उसकी ब्रेस्ट में लंप था जिसमें कोई दर्द या तकलीफ नहीं थी। अगले महीने उसकी शादी है तो ऑफिस के व्यस्त शेड्यूल से एक महीने की छुट्टी के दौरान सोचा कि जांच करा लें, जांच में ब्रेस्ट कैंसर निकला। शादी के बाद के सपने बुनती प्रियंका की ज़िंदगी मानो थम सी गई हो। अब आगे क्या …? खुशहाल शादीशुदा जीवन की लंबी प्लानिंग पलभर में चूर-चूर हो गई। इंडिया में ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में पाया जाने वाला सबसे कॉमन कैंसर है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कैंसर प्रिवेंशन एंड रिसर्च -2013 के अनुसार हर 28 में से 1 महिला को स्तन कैंसर हो रहा है। प्रतिवर्ष लगभग डेढ़ लाख महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होता है तथा सत्तर हजार महिलाएं इससे मरती हैं। चिंता का विषय ये भी है कि पिछले कुछ सालों में भारत में ब्रेस्ट कैंसर की चपेट में आने वाली अनुमानित आयु में गिरावट आईं है।

डॉ रचना दुबे ने स्तन कैंसर के रिस्क फैक्टर्स कि जानकारी देते हुए निम्न लक्षण बताये : –

• मां या बहन को ब्रेस्ट कैंसर
• बच्चा न होना या 30 साल की उम्र के बाद होना ।
• 12 साल से पहले ही पीरियड्स आना।
• 55 साल की उम्र के बाद मेनोपाज।
• मैमोग्राफी में घना ब्रेस्ट टीशू होना।
• गर्भनिरोधक गोलियों का लंबे समय तक उपयोग।
• शराब का अधिक सेवन|
• मेनोपाज के बाद ज्यादा मोटापा आ गया हो ।
• लंबे समय तक हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरैपी ली हो|
• बच्चों को स्तनपान नहीं या कम समय तक कराना|
• ब्रेस्ट इन्फेक्शन या बिनाइन ब्रेस्ट डिसीज हुई हो…

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण शुरुआत में दिखाई नहीं देते। लेकिन यदि आप सचेत हैं तो सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन से इसका पता लगा सकते हैं, जैसे- अंडर आर्म या ब्रेस्ट में गांठ दिखाई देना या महसूस होना, निपल से रक्त या कोई अन्य तरल निकलना, ब्रेस्ट के आकार, रंग या बनावट में बदलाव आना या गड्डा होना, दर्द होना।

डॉ रचना दुबे ने मरीजों को सलाह देते हुए कहा कि यदि ऊपर दिए कोई भी लक्षण या रिस्क फैक्टर्स आपमें हो तो तुरंत मेडिकल सलाह लें तथा 30 वर्ष के बाद रेगुलर ब्रेस्ट चेकअप तथा मैमोग्राफी अवश्य कराएं|

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