ज्यादा नमक शरीर के लिए हानिकारक
डॉ रचना दुबे बताती हैं कि फूड एंड ड्रग एसोसिएशन (FDA) के अनुसार संतुलित आहार के लिए नमक एक छोटा चाय की चम्मच (5 ग्राम – 2000 मि.ग्रा. सोडियम) तक ही प्रतिदिन लेना चाहिए। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर भारतीय 0.98 ग्राम यानि दोगुना से भी ज्यादा नमक का उपयोग कर रहे हैं। यूथ में फास्ट तथा जंक फूड, डिब्बाबंद खाना खाने के कारण यह मात्रा और भी अधिक बढ़ गई है।
नमक के अधिक सेवन से होने वाली बीमारियां कि जानकारी देते हुए डॉ दुबे ने बताया :-
ब्लड प्रेशर : सोडियम की बढ़ी हुई मात्रा किडनी द्वारा शरीर से बाहर निकलती है, पर जब मात्रा अत्यधिक बढ़ जाती है तो किडनी पूरी तरह से सोडियम को बाहर नहीं निकाल पाती, जिससे खून में इसकी मात्रा बढ़ जाती है तथा हृदय को पंप करने के लिए ज्यादा ताकत लगानी पडती है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है।
स्ट्रोक (दिमाग में रक्त का संचार बंद होना) ज्यादातर हाई ब्लडप्रेशर की वजह से होता है। कम नमक से स्ट्रोक की आशंका को कम किया जा सकता है।”
कोरोनरी हार्ट डिसीस : हाई ब्लड प्रेशर के कारण रक्त कोशिकाओं की दीवारें मोटी या सकरी हो जाने से दिल में रक्त का संचार नहीं हो पाता है, जिससे दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। ।
पेट कैंसर : वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फाउंडेशन के मुताबिक़ ज्यादा नमक खाने से पेट के कैंसर की आशंका भी बढ़ती है।
आस्टिओपोरोसिस : चायना के एक बड़े शोध में यह पाया गया कि कम नमक खाने से शरीर में पॉजिटिव कैल्शियम बैलेंस बना रहता है तथा अधिक उम्र वाले लोगों में आस्टिओपोरोसिस का खतरा कम होता है।
सोडियम, पोटेशियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ मिलकर शरीर के तत्वों के लेवल को संतुलित रखता है, लेकिन भोजन में अधिक मात्रा में लिया गया नमक बॉडी में वॉटर लेवल को असंतुलित करता है, जिससे वाटर रिटेंशन, डिहाइड्रेशन, वैर्कुलर डेमेंटिया, मोटापा जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। |
डॉ रचना दुबे ने सलाह दी कि नमक का सेवन कम करें तथा जीवनशैली में परिवर्तन करने की ओर पहला कदम लें।