गर्मी में बढ़ सकती है यूटीआई की परेशानी
डॉ रचना दुबे ने बतया कि कॉमन टॉयलेट शेअर करना, यूरीन आने पर रोके रहना, पानी कम पीना और इसके चलते डीहाइड्रेशन होना यूटीआई यानी यूरीन इन्फेक्शन की ओर ले जाता है। यूटीआई बैक्टीरिया से होने वाला इन्फेक्शन है जो यूरिनरी ट्रैक को इन्फेक्ट करता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह ज्यादा देखने को मिलता है। 50 फीसदी महिलाओं को उनके जीवन में कम से कम एक बार यह संक्रमण होता है। 20 से 30 फीसदी महिलाओं में रीकरेंट यूटीआई यानी छह महीने में दो बार या साल में तीन बार होता है।
लक्षण
1.) यूरीन में जलन
2.) गुप्तांगों में खुजली
3.) बार बार यूरीन आना
4.) थोड़ा-थोड़ा यूरीन आना और इस दौरान दर्द भी होना।
5.) गंभीर स्थिति में यूरीन में ब्लीडिंग होना।
6.) कपकपाहट के साथ बुखार आना।
यूटीआई से जुडी जोखिमभरी परिस्थितियां के बारे में डॉ रचना दुबे ने जानकारी दी :-
1.) डायबिटीज
2.) मेन्सस के दौरान हाइजीन न रखना।
3.) सेक्शुअली एक्टिव महिलाओं यूटीआई होने का 90 फीसदी श्रेय उनकी सेक्शुअल एक्टिविटी को जाता है।
4.) किडनी स्टोन ज्यादा समय तक रहना।
ये तरीके अपनाएं
यू टी आई से बचाव हेतु डॉ रचना दुबे ने निम्न सावधानियां रखने कि सलाह दी : –
1.) यूरीन रोकें नहीं।
2.) दिन में 8 से 10 ग्लास पानी पिएं।
3.) जितना हो सके सार्वजनिक टॉयलेट का इस्तेमाल कम से कम करें।
4.) घर का टॉयलेट हमेशा साफ रखें।
5.) सेक्शुअल एक्टिविटी के बाद यूरीन करें और वजाइनल हाइजीन रखें।
6.) हमेशा कॉटन के अंडर गारमेंट्स पहनें।
7.) समस्या होने लगे तो डॉक्टर से कन्सल्ट करें क्योंकि यह इन्फेक्शन सही एंटीबायोटिक से ठीक होगा।